Few lines dedicated to,
How in this covid era,
The vote politics continues to play the only game it knows best,

पॉलिटिक्स है भइया,
करनी तो पड़ेगी ही,
अब चाहे भीड़ लगे या मेला,
चाहे जल जाये सारा तबेला,
कोविड हो या ओमीक्रॉन,
हम तो बजायेंगे अपना हॉर्न,
मास्क या नो मास्क,
हम तो हैं उनके ख़ास,
कोई रोक ना कोई टोक,
दिल में हैं सबके केवल वोट,
चिंता मत करना,
कुछ ना होना,
कभी कुछ हुआ था क्या,
जो अब होगा,
तभी भी वैसा था,
अभी भी ऐसा ही होगा,
ये तो हमारा खेल है,
ना खेला तो क्या खेला,
बैठे बैठे ही,
बन जायेगा एक मेला,
सुनो उनकी कुछ,
खुद कुछ ना कहना,
कोविड है भइया,
किस बात का है रोना,
जान पहचान से ही तो,
हमारा सारा काम होना,
तुम हमको देखो,
हम तुम्हे देख लेंगे,
पॉलिटिक्स है भइया,
हम इसे भी खेल देंगे.
Source for the Image: https://bpac.in/what-defines-good-political-leadership/